Haridwar: इस साल सावन का महीना 14 जुलाई से शुरू हो रहा है. ऐसे में सावन के महीने में कांवड़ यात्रा में शुरू होगी. इस साल उत्तराखंड के हरिद्वार में कांवड़ यात्रा 2 साल के बड़े अंतराल के बाद होगी. बता दें कि ऐसा इसलिए क्योंकि 2 सालों से देश में कोरोनावायरस का संकट अधिक मात्रा में फैला हुआ था. इस वजह से 2018 में लगभग 2 करोड़ कांवड़िए आए थे. 2019 में 3 करोड से ज़्यादा कांवड़िए शामिल हुए थे. हालांकि, इस साल कोरोना के चलते 2 साल बाद होने जा रही कांवड़ यात्रा में 4 करोड़ से ज्यादा संख्या में कांवड़िए आने की संभावना है. ज्यादा लोगों के आने की संभावना को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.
10 हजार से अधिक पुलिसकर्मी किए गए हैं तैनात:
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार के मुताबिक करुणा संक्रमण के चलते इस बार 2 साल के बाद 4 करोड़ से ज्यादा कांवरियों के आने की संभावना ऐसे में कावड़ के क्षेत्र को बांटा गया है जिसमें 12 सुपर जोन, 31 जोन और 133 सेक्टरों में बांटा गया है.
10,000 से ज्यादा पुलिसकर्मियों और अधिकारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी. कावड़ यात्रा की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए ड्रोन और सीसीटीवी कैमरा का इस्तेमाल किया जाएगा.
लाठी-डंडे, भाले, नुकीली वस्तुओं पर लगाया गया है प्रतिबंध:
कावड़ यात्रा के दौरान किसी भी तरह के लाठी डंडे, भाले, नुकीली वस्तुओं, किसी भी प्रकार का हथियार, आदि पर प्रतिबंध लगाया गया है. हरिद्वार पुलिस कप्तान डीआईजी डॉ. योगेंद्र रावत के मुताबिक हरिद्वार पुलिस ने कांवड़ मेले की तैयारी शुरू कर दी है और इसके प्रचार-प्रसार भी शुरू कर दिए गए हैं.
सड़क की बाएं ओर चलेंगे कावड़िए:
हरिद्वार से दिल्ली-मेरठ के रास्ते में कांवड़ियों को सड़क की बाईं ओर चलना होगा.
Pingback: कांवड़ यात्रा में छाया आतंकी खतरा, कांवड़ियों पर हो सकते हैं आतंकी हमले, पुलिस आई अलर्ट मोड में - All i